हर किसी के जीवन में हर दिन बहुत सी छोटी- बड़ी घटनाएं होती हैं, जिसमे से अधिकांश घटनाओ पर आप ध्यान ही नहीं देती। क्या आपने कभी गौर किया है कि कई बार हमारे शरीर के कुछ अंग हमारे कण्ट्रोल में नहीं होते? अथक प्रयासों के बाद भी अंगो का फड़कना बंद नहीं होता। बहुत सी महिलाये अंगो के फड़कने पर ध्यान नहीं देती लेकिन सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार इन घटनाओ से हमारे जीवन में होना प्रकृति द्वारा भविष्य में होने वाली घटनाओ का पूर्व संकेत ही हो सकता हैं। आज के हमारे इस लेख में हम आपको बताएंगे कि महिलाओं की दाई आंख फड़कने से क्या होता है?
क्या होता है अंगो का फड़कना?
हमारे बहुत से अंग कभी कभी अचानक से फड़कने लगते हैं, जिन्हे बहुत कोशिशों के बावजूद भी रोका नहीं जा सकता हैं। सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार अंगों के फड़कने का भविष्य में होने वाली घटनाओ का पूर्व-अनुमान लगाया जा सकता हैं। इनसे शुभ और अशुभ फल हो सकते हैं। महिलाओं और पुरुषों में आंखों का फड़कने का अलग अलग मतलब होता है। महिलाओ की आंख फड़कना और पुरुषों में आंख फड़कना में दोनों का अर्थ विपरीत होता है।
जानिए महिलाओं की दाई आंख फड़कने से क्या होता है ?
अगर किसी महिला की दाई आंख फड़कती है तो इसे सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार अशुभ संकेत माना गया है। दाई आंख फड़कने का मतलब होता है कि घर परिवार में कोई विवाद उत्पन्न हो सकता है या काम में बाधा उत्पन्न हो सकती है। दायी आँख के बार-बार फड़कने का मतलब होता है उसे किसी रोग का सामना करना पड़ सकता है।
बायीं आँख का फड़कने का क्या मतलब होता है ?
आंखों का फड़कना आम तौर पर बुरा ही माना जाता है, बहुत से लोग इसे अशुभ संकेत मानते हैं लेकिन यह आवश्यक नहीं है कि हर बार आंखों का फड़कना किसी अशुभ की तरफ इशारा कर रहा हो, सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार बाईं आंख का फड़कना बहुत ही शुभ संकेत माना जाता है। महिलाओं की बाईं आंख फड़कने का अर्थ है उस महिला को धन लाभ हो सकता हैं और साथ ही उसे उसके किये गए कार्यों में सफलता मिलने के बहुत अधिक चांसेस है।
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