हिन्दू धर्म एक मात्र ऐसा धर्म है जिसमे लगभग हर किसी को भगवन के अंश से जोड़ा गया है। फिर चाहे वो वृक्ष हो या हवा, जल हो या अग्नि, सूरज हो या चाँद। हिन्दू धर्म में हर किसी की पूजा की जाती हैं। जीवन को सुखमय बनाने के लिए हिन्दू धर्म में पूजन करने की परम्परा बरसों से चली आ रही है। मान्यता है कि पूजन करने से भगवान प्रसन्न होते हैं। मनोकामना पूरी करवाने के लिए भी लोग कई प्रकार के पूजन करते हैं, अपनी मनोकामना पूरी करवाने के लिए व्यक्ति कई प्रकार के नियमों का पालन भी करता है, यह नियम पूजन की विधि से सम्बन्धित होते हैं। आज हम जानेंगे कि बुधवार को पीपल पर जल चढ़ाना चाहिए या नहीं?
बुधवार को पीपल पर जल चढ़ाना चाहिए या नहीं
पीपल के पेड़ की पूजा महिलाएं और पुरुष दोनों करते हैं, पीपल के पेड़ को हमारे हिंदू धर्म में काफी पवित्र माना गया है। पीपल की पूजा को शास्त्रों में बहुत ही चमत्कारी परिणाम देने वाला बताया गया है। मान्यताओं के अनुसार पीपल के पेड़ में शंकर भगवान, हनुमान जी और विष्णु भगवान निवास करते हैं। पीपल के वृक्ष की शनिवार को पूजा करने से व्यक्ति के सभी संकट दूर हो जाते हैं। इसके साथ ही उसे धन, समृद्धि, यश, कीर्ति आदि की भी प्राप्ति होती है। यदि आप शनिवार के दिन पीपल के पेड़ में जल चढ़ाते हैं तो ऐसा करने से आपको शनि का दोष नहीं लगता है। पीपल के वृक्ष में जल ब्रह्म मुहूर्त में नहीं देना चाहिए बल्कि जब सूरज निकल आए तभी आप को पीपल को पानी देना चाहिए, ऐसा करने से माता लक्ष्मी जी की कृपा आप पर बनी रहती है और आपकी आर्थिक उन्नति होती है।
बुधवार को पीपल पर जल नहीं चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा रविवार के दिन भी पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाना वर्जित होता है। अगर आप रविवार के दिन पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाते हैं तो ऐसा करने से आपकी आर्थिक तरक्की रुक जाती है और आपको दरिद्रता का सामना करना पड़ सकता है।
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