जब थायराइड हार्मोन यानी ट्राईआयोडोथायरोनिन या थायरॉक्सिन में असंतुलन या उतार-चढ़ाव होता है तो उस स्थिति को मेडिकल भाषा में थायराइड रोग कहते हैं। थायराइड रोग पुरुष और महिला दोनों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन पुरुषों की तुलना में यह महिलाओं में अधिक देखा जाता है। थायराइड गर्दन के निचले हिस्से में स्थित तितली के जैसी ग्रंथि को मेडिकल भाषा में थायराइड कहते हैं। इसका काम शरीर की ढेरों आवश्यक गतिविधियों को कंट्रोल करना है। जिसका उदाहरण है भोजन को ऊर्जा में बदलना। थायराइड ग्रंथि ट्राईआयोडोथायरोनिन (टी3) और थायरॉक्सिन (टी4) हार्मोन का निर्माण करती है। इन दोनों हार्मोन को आम बोलचाल की भाषा में थायराइड हार्मोन कहा जाता है। टी3 और टी4 हार्मोन्स का काम शरीर की अनेक गतिविधियों को कंट्रोल करना है। आइये आपको बताते हैं कि थायराइड बढ़ने से क्या परेशानी होती है?
थायराइड क्या है?
डॉक्टर गौरव प्रसाद ने कहा कि थायराइड का नाम सुन कर लोगों को लगता है कि यह किसी बीमारी का नाम है परन्तु यह गर्दन के नीचे पायी जाने वाली एक ग्रंथि है जिसका नाम थायराइड है। यह शरीर के लिए बेहद जरुर है और कई जरुरी कार्य करती है। इसके मुख्य कार्य खाने से ऊर्जा बनाना है। यह दो प्रकार के होते हैं हाइपरथायराइड, हाइपोथायराइड। थायराइड गर्न्थी के बढ़ने के कारण शरीर में कई तरह की समस्याएँ हो सकती है तथा कई लक्षण देखने को मिलते हैं।
थायराइड बढ़ने से क्या परेशानी होती है?
थायराइड से बढ़ने वाली परेशानियां निम्नलिखित रूप से बताई गई है :-
- थायरॉइड के बढ़ने से घबराहट होती है।
- इससे अनिद्रा होने की संभावना होती है।
- कुछ लोगों में थाइरोइड के कारण चिड़चिड़ापन दिखाई देने पड़ता है।
- थाइरोइड से लोगों के हाथों का काँपना नजर आता है।
- थायरॉइड से पीड़ित लोगों को अधिक पसीना आने की संभावना होती है।
- थायराइड से लोगों में दिल की धड़कन बढ़ना देखा गया है।
- थायराइड से लोगों में बालों का पतला होना एवं झड़ना देखा गया है।
- कई लोगों में मांसपेशियों में कमजोरी एवं दर्द रहना देखा गया है।
- थायराइड से लोगों को अत्यधिक भूख लगने लगती है।
- कुछ लोगों में वजन का घटना भी देखा गया है।
- महिलाओं में मासिक धर्म की अनियमितता थायराइड के कारण होती है।
- ओस्टियोपोरोसिस से हड्डी में कैल्शियम तेजी से खत्म होने लगता है।
थायराइड बढ़ने से होने वाली समस्याओं का इलाज सम्भव है, यदि सही दिनचर्या, संतुलित आहार और डॉक्टर्स के सम्पर्क में रहा जाएँ तो इस बीमारी को खत्म किया जा सकता है। थायराइड के दौरान कई बातों का ध्यान रखना जरुरी होता है जैसे पालक, गोभी, चावल का सेवन नहीं करना चाहिए तथा चिकितस्क की सलाह लेना बेहद जरुरी है।
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