जब घर में समझ नहीं आता की कौन सी सब्जी बनाना है तो सबसे पहले दाल ही याद आती है। हर भारतीय के घर में दाल आसानी से पायी जाती है। दाल कई पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं। बहुत सी आसान और जल्दी बनने वाली रेसिपी होने से साथ साथ यह स्वादिष्ट भी होती है। लेकिन आप जानते है दाल कितने प्रकार की होती है? यदि नहीं तो चलिए हम आपको बताते हैं।
दाल कितने प्रकार की होती है
दाल एक या दो प्रकार की नहीं बल्कि कई प्रकार की होती है। दालों में भरपूर प्रोटीन होता हैं। हम आपको दालों के प्रकार से बारें में विस्त्रत जानकारी देंगे। तो चलिए शुरू करते हैं।
मूंग दाल
मूंग दाल आकार में छोटी होती है। मूँग दाल दो प्रकार की होती हैं। हरे मूंग की दाल और पीली मूंग की दाल।
हरे मूंग की दाल
100 ग्राम मूंग दाल में 24 ग्राम प्रोटीन, 13% कैल्शियम, 37% आयरन, 47% मैग्नीशियम, 16 ग्राम फाइबर के साथ बहुत सारे पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। बीमार होने पर हरे मूंग दाल की खिचड़ी स्वस्थ होने में मदद कर सकती है।
पीली मूंग की दाल
मुंग दाल वजन कम करने से बहुत ही मदद करती हैं। इसके साथ ही मूंग दाल के फायदे दिल स्वस्थ रखने में भी मदद कर सकते हैं। मूंग दाल से आप मूंग दाल तड़का, मूंग दाल चीला, मूंग दाल के पकौड़े, मूंग दाल का हलवा जैसी डिशेस बना सकते हैं ।
मसूर दाल
मसूर दाल भी दो प्रकार की होती हैं: मसूर छिलका दाल और लाल मसूर दाल। मसूर दाल प्रोटीन, आयरन, फाइबर आदि से भरपूर है जो बच्चों को सेहतमंद तरीके से बढ़ने में मदद करती है। बढ़ते बच्चों की डाइट में लाल दाल जरूर शामिल करने की कोशिश करनी चाहिए।
अरहर दाल
तुअर दाल को अरहर की दाल के नाम से भी जाना जाता हैं। अधिकतर लोगों को अरहर की दाल पसंद आती है। अरहर दाल में प्रोटीन, फाइबर,फैट, कार्बोहाइड्रेट आदि पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं।
चना दाल
चना दाल एक ऐसी दाल है जिसे आप दाल की तरह तो बना ही सकते हो साथ ही आप इसे अन्य सब्जी जैसे लौकी और कद्दू के साथ भी बना सकते है। चने की दाल को पीस कर ही बेसन बनाया जाता हैं।
उड़द दाल
उड़द दाल पोषण से भरपूर दाल है। यह दाल प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट, विटामिन बी आदि से भरपूर है इसलिए इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करे। साउथ इंडियन डिश जैसे कि डोसा, वडा आदि में खासतौर पर इस्तेमाल किया जाता है। उड़द दाल भी दो प्रकार की होती हैं जिसमे एक छिलके वाली दाल होती हैं और दूसरी धुली हुई उडद दाल।
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