रामायण में श्रीराम की गाथाएं बताई गयी है। यह एक महाकाव्य है जो वाल्मीकि द्वारा रचित है। इस महाकाव्य को ‘आदिकाव्य’ भी कहा जाता है। इसी कारण इसके कवि महर्षि वाल्मीकि को ‘आदिकवि’ कहा जाता है। रामायण को सनातन संस्कृति का सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय गर्न माना जाता है। रामायण में लगभग 24,000 श्लोक हैं। अनेकों भाषा के साहित्य पर इस महाकाव्य का बहुत अधिक प्रभाव है। आई आज हम आपको बताएंगे की रामायण के कुल कितने भाग हैं?
रामायण के कुल कितने भाग हैं?
रामायण में सात भाग है जिन्हे 7 काण्ड कहा जाता है। इस महाकाव्य में श्रीराम के जीवन के पढ़ाव को विस्तार से बताया गया है। रामायण के 7 कांडों को निम्नलिखित रूप से दर्शाया गया है :-
- बालकांड
- अयोध्याकांड
- अरण्यकांड
- किष्किन्धाकांड
- सुन्दरकांड
- लंकाकांड
- उतरकांड
रामायण में श्रीराम की गाथा का बहुत ही सजीव और सुंदर चित्रण है। इसमें उन्हें आज्ञाकारी, मर्यादा पुरुषोत्तम, पिता के प्रति आदर और प्रेम, पत्नी प्रेम, भाइयों के प्रति असीम स्नेह को सुंदरता से बताया गया है। यह ग्रंथ केवल हिन्दू धर्म ही नहीं अपितु सभी धर्म के लोगों के लिए एक आदर्श आचार संहिता है।
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