एक महिला के लिए माँ बनने का अनुभव बहुत ही सुखद अनुभव होता है पर माँ बनने के बाद जिम्मेदारियां बड़ जाती है। एक महिला हमेशा से यह चाहती हैं कि उसके बच्चे जीवन में सफल हो और सुखी तथा समर्द्ध जीवन व्यतीत करें तथा वह उनके लिए एक अच्छी माँ बन कर उभरे। एक माँ अपने कर्तव्यो को हमेशा से ही बड़ी सटीकता से निभाती है पर कई बार उसके मन में प्रश्न आ जाता हैं कि क्या वह एक अच्छी माँ हैं? क्या वह अपने बच्चो का सही से ख्याल रख रही है? क्या उसके बच्चे उससे हमेशा प्यार करेंगे? या फिर वह किस अपने बच्चो को मानसिक और शरीरिक रूप से मजबूत बना सकती है और उनकी जरुरी चीजों जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कारों का ध्यान रख सकती है। एक बच्चा जन्म से पहले ही माँ पर निर्भर हो जाता है और युवा होने तक तो पुरी तरह से माँ पर निर्भर होता है साथ ही युवा होने के बाबाद भी माँ प्रेम हर किसी के लिए कम नहीं होता है। बचपन का समय ही माँ के लिए वह उचित समय होता है तब वह एक अच्छी माँ बन कर उभर सकें।
अच्छी माँ बनने के लिए टिप्स
बच्चो की भावनाओं को समझने
सभी बच्चे एक समान नहीं होते हैं, हर किसी की अलग-अलग पसंद और क्षमता होती है, इसीलिए बच्चो की भावनाओं को समझे तथा उनकी जरुरतो को पर भी ध्यान दें। उन्हें हमेशा दुसरो से कम्पेयर न करें और उनकी इच्छाओं के अनुसार उनकी दिनचर्या को निर्मित करने की कोशिश करें, ज्यादा आज़ादी न दें पर इस तरह का दबाव भी न बनाए कि वह आपकी आज्ञा को ही नज़रअंदाज़ करने लगें।
उन्हें प्रोत्साहित करते रहें
अगर आप अपने बच्चे को समय आने पर प्रोत्साहित करती है तो वह असफल होने पर भी दुखी नहीं होंगे जीवन में जरुर सफल बनेंगे। जिन बच्चो को प्रोत्साहन मिलता रहता है वह कभी निराश नहीं होते और कामों को करने से पीछे नहीं हटते हैं। जिन बच्चो को माँ के द्वारा प्रोत्साहन मिलता है वह बड़े होने पर इस तरह ढल जाते हैं कि प्रतिस्पर्धाएं उन्हें डराती नहीं हैं। इस तरह से पाले गये बच्चे सकारत्मक विचारधारा वाले होते हैं और नकारात्मकता को गम्भीरता से नहीं लेते हैं।
बच्चो को रिस्पेकट के बारें में सिखाए
यदि बच्चो को बचपन से ही यह सिखा दिया जाए कि सम्मान पाना आसान नहीं है और नहीं इसकी मांग कि जा सकती है. इसे केवल कमाया जा सकता हैं और इसके लिए अच्छे रिश्ते बनाना होते हैं साथ ही समय देना होता है और सही गलत कि पहचान कर आगे बढना होता है। साथ ही बच्चो को कभी ज्यादा अपमानित नहीं करना चाहिए वर्ना आपके प्रति हीन भावना आ जाती है, उन्हें गलती करने अपर अच्छे से समझाए।
बच्चो को समय देना बेहद जरुरी है
अगर आपके और बच्चो के बीच दूरी बन जाती है तो इसका असर संस्कारों पर और आपके आपस के प्रेम पर भी पड़ता है। बच्चो को जब आपकी जरूरत महसूस को तब तो उनके लिए उपस्थित रहे पर यदि आप किसी कारण उनके लिए उपस्थित न हो सकें तो उन्हें यह अहसास दिलाए कि आपको इस बात का काफी अफ़सोस है। ऐसा करने से आप अच्छी माँ मन कर उभरेंगी और आपके बच्चे भी आपसे सदा प्रेम करते रहेंगे। आपके बच्चे को कभी ऐसा नहीं लगना चाहिए कि आप सपोर्टिव नहीं है।
इन तरीको पर ध्यान दे कर आप एक अच्छी माँ बन सकती हैं साथ ही अपने बच्चे को भी भविष्य के लिए तैयार कर सकती है। और उसे आगे आने वाली समस्याओं से आसानी लड़ने के लिए मजबूत बन सकती है। साथ ही उसे शारीरिक और मानसिक रूप से भी मजबूत बनाने की कोशिश करें क्योंकि एक स्वस्थ्य बच्चा ज्यादा सुखी रहता है और अपने कर्तव्यो को निभा सकता है।
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